सर्दी के मौसम के खान-पान में गुड़ का अपना महत्व है। यह स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होने के साथ ही स्वादिष्ट भी होता है। सर्दियों में गुड़ से बनाई गई खास सामग्री बच्चों और बुजुर्गों सबको अच्छी लगती है। इस मौसम में गुड़ का नियमित सेवन करने से सर्दी से होने वाले रोगों से बचा जा सकता है। गुड मिनरल्स, विटामिन्स और एनर्जी का उत्तम स्त्रोत है। एक टीस्पून गुड में एमजी कैल्शियम, 3 एमजी मैग्नीशियम, 8 पोटैशियम व आयरन पाया जाता है। गुड का रंग जितना अधिक गहरा होता है, उसमें आयरन की मात्रा उतनी अधिक होती है। गुड़ का सेवन ज्यादातर लोग ठंड में ही करते हैं, लेकिन गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है| यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। गुड़ जितना पुराना होता है, उतना लाभदायक साबित होता है। इसलिए गुड़ के पुराना होने पर उसे फेंके नहीं।
इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।उल्लेख करते हैं गुड के स्वास्थ्य लाभ –
1.तुरंत ऊर्जा के लिए- बहुत अधिक थकान या कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन तुरंत ऊर्जा देता है। चूंकि यह बहुत जल्दी पच जाता है इसलिए इससे ब्लड में शुगर का स्तर भी तुरंत नहीं बढ़ता है। यह सेलेनियम के साथ एक ऐंटिऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस पाया जाता है यही कारण है कि इसका रोजाना सेवन करने वालों की इम्युनिटी पावर बढ़ती है। गुड़ में मैग्निशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए ये बॉडी को रिचार्ज करता है साथ ही इसे खाने से थकान भी दूर होती है।
2.पाचन शक्ति को बढ़ाये :- गुड खाना पचाने में मदद करता है। यह डायजेस्टिव एंजाइम्स को सक्रिया करता है और पेट के अंदर पहुंचते ही एसिटिक एसिड में बदलकर पाचन की प्रक्रिया को तेज कर देता है। गुड में कई रोगो पराचक गुण पाए जाते हैं। कब्ज की समस्या से पीडित लोगों को रात में सोने से पहले गुड का सेवन करने की सलाह दी जाती है।गुड़, सेंधा नमक, काला नमक मिलाकर चाटने से खट्टी डकारें आना बंद हो जाती हैं। 3.दमा का उपचार- गुड़ शरीर के ताप पर नियंत्रण करता है और इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं इसलिए दमा के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद है।
4.खून की बढ़ने में मददगार - गुड खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढाने में मदद करता है इसलिए एनिमिन खून की कमी वाले लोगों को गुड खाने की सलाह दी जाती है। यह कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट है। शक्कर की तुलना में यह धीमी गति से रक्त में मिलता है। इसलिए लंबी अवधि तक ऊर्जा प्रदान करता है।
5.स्मरण शक्ति बढ़ाता है - गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालता है व सर्दियों में यह शरीर के तापमान को नियमित करने में मदद करता है। इसलिए अगर आप अपनी याद्दाश्त दुरुस्त रखना चाहते हैं,तो इसका नियमित सेवन करें।
6.कान दर्द की समस्या से निजात :- गुड खाने से कान दर्द से राहत मिलती है | ठंड में कई लोगों को कान के दर्द की समस्या होने लगती है। ऐसे में कान में सरसों का तेल डालने से व गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
7.जोड़ों के दर्द में आराम-रोज गुड का एक टुकडा अदरक के साथ सेवन करने से , सर्दियों में जोड़ों के दर्द मे फायदा पहुंचाता है|8.पीरियड्स का दर्द- जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होता है उनके लिए गुड़ का सेवन काफी फायदेमंद है।
9.त्वचा के लिए फायदेमंद- गुड़ रक्त से टॉक्सिन दूर करता है जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे की समस्या नहीं होती है।
10.जुकाम और कफ - गुड़ की तासीर गर्म है इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान चाय में गुड़ मिलाकर पीने से आराम मिलता है | जुकाम जम गया हो तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खाएं |सूखी खांसी, सर्दी और दमे की समस्या से पीडित लोगों को गुड खाने से फायदा मिलता है।
- अन्य लाभ -दिल की बीमारी से परेशान लोगों के लिए ये लाभदायक साबित होता है। इसे खाने से बैठे हुए गले को ठीक किया जा सकता है। गुड और देसी घी मिलाकर खाने से शरीर तगडा होता है। इससे रक्तविकार और रक्तपित्त नहीं होता। पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खाने से श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।बाजरे की खिचड़ी में गुड़ खाने से आँखों की रौशनी बढ़ती है |पांच ग्राम सौंठ, दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।