हमें अक्सर लोगो को यह दावा करते हुए सुना है के प्रोटीन पाउडर या गेनर लेने के बाद भी बॉडी में कोई खास फर्क नही पड़ता या वेट गेन नही होता है | आज हम आपको बताएगे क्यों प्रोटीन पाउडर असर नही करते है | निम्नलिखित 4 कारण है जिस वजह से प्रोटीन पाउडर सही परिणाम नही देते
प्रोटीन पाउडर को सही समय ना लेना
अगर अपने असली प्रोटीन पाउडर लिया है तो वो जरूर काम करेगा | हमारी सबसे बड़ी गलती ये होती है के हम प्रोटीन पाउडर को शरीर की रोजमर्रा की जरूरतों में ही खर्च कर देते हैं।आपने प्रोटीन पाउडर के हर डिब्बे के ऊपर देखा होगा टेक इट बिटविन मिल्स यानी दो भोजन के बीच में इसे लें। इसका मतलब होता है प्रोटीन को न तो खाली पेट लिया जाये और न ही पाउडर लेने के बाद ज्यादा देर तक बिना भोजन रहे| अगर खाली पेट या बिना डाइट लिए प्रोटीन पाउडर या गेनर लगेंगे तो वो मसल्स बनाने या गेनिंग का काम नहीं करेंगे बल्कि वो आपकी भोजन की जरूरत को पूरा करने में लग जाएंगे।
अगर आप सुबह जिम करते है तो जिम से पहले हमेशा कार्बोहाड्रेट खाएं। आपको यह पता होना चाहिए कि जिम करने से कितनी देर पहले क्या खाना चाहिए। जिम के बाद आप प्रोटीन लें तो पानी में लेने की बजाए दूध या जूस में लें। अगर आप शेक बना लेंगे तो और अच्छा रहेगा। प्रोटीन लेने के बाद अच्छी तरह से नाश्ता करे |
कितना प्रोटीन लेना चाहिए
जिन लोगों को अपनी बॉडी की प्रोटीन की जरूरत पता ही नहीं होती वो पाउडर और पैसे दोनों बर्बाद करते हैं।नॉर्मल जिम करने वाले शख्स को अपने बॉडी वेट के प्रतिकिलो पर एक ग्राम प्रोटीन चाहिए। बहुत दुबले पतले लोग इतने पर भी गेन कर लेते हैं। उसके आगे बढ़ने पर हमें बॉडी के प्रतिकिलो पर 2 से लेकर तीन ग्राम तक प्रोटीन चाहिए होता है | चाहे हम कोई भी पाउडर लें हमें ये हिसाब कर लेना चाहिए कि हमारी जरूरत कितनी है और भोजन व पाउडर मिलाकर हम कितना ले रहे हैं |
सिर्फ प्रोटीन पाउडर के भरोसे बॉडी बिल्डिंग करना
यह सबसे बड़ी गलती जो बॉडी बिल्डिंग के शौक़ीन और प्रोटीन पाउडर लेने वाले सब लोग करते है की सिर्फ और सिर्फ प्रोटीन सप्लीमेंट के सहारे ही वो बॉडी बनाना चाहते है जो की संभव नही| आपको पता होगा के इन चीजों को फ़ूड सप्लीमेंट कहा जाता है फ़ूड नही | ये केवल मदद करते है ,ये असली डाइट की जगह नही ले सकते है |इसलिए जो काम डाइट कर सकती वो प्रोटीन पाउडर अकेले नही कर सकते, ये केवल आपको भोजन से न मिलने वाले प्रोटीन को प्राप्त करने में मदद कर सकते है|
नकली प्रोटीन सप्लीमेंट
यह भी सबसे बड़ी समस्या है | जो सप्लीमेंट बाजार में 5 हजार रुपये का बिकता है वो अगर दुकानदार नकली बेचे तो उसे एक बार में दो से तीन हजार का फ़ायदा हो जाता है। पूरा बाजार नकली सप्लीमेंट से भरा पड़ा है, वही लोगो, वही स्टाइल बिल्कुल समान है | बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में इसे डी का माल कहा जाता है।
क्या होता है प्रोटीन पाउडर या मास गेनर
ये पाउडर नेचुरल फूड को एक लंबी प्रक्रिया के दौरान प्रोसेस करके बनाए जाते हैं। इन्हें अलग-अलग नाम इनके काम और इनमें मौजूद चीजों के आधार पर दिया जाता है।इनमे प्रोटीन कंटेंट ज्यादा होता है कार्ब्स और फैट कम | एक कटोरी सोयाबीन खाने से जो प्रोटीन मिलेगा उतना ही प्रोटीन आपको एक चम्मच प्रोटीन पाउडर में मिल जाएगा | मास गेनर 22 से 35% प्रोटीन की आपूर्ति करते है जबकि प्रोटीन पाउडर 60% से ज्यादा की आपूर्ति करते है |मास गेनर में वे प्रोटीन की तुलना में ज्यादा कैलोरी होती है |इनमे बड़ी मात्रा में कार्बोहायड्रेट और वसा होते है जो की आपकी कैलोरी की खपत को बढ़ावा देते है|दोनों प्रोटीन पाउडर और मास गेनर का प्रयोग मांसपेशियों की वसूली के लिए किया जाता है |