सलाद से जुड़े मिथक

फिट रहने और वजन कम करने के लिए अपनी डाइट में सलाद लेना बहुत फायदेमंद है। ज्यादातर लोग अपनी डाइट में सलाद लेना पसंद करते है।सलाद की पौष्टिकता के विषय में सभी लोग परिचित है| विटामिन, मिनरल्स, लवण, और विविध खनिजों और पोषक तत्वों से युक्त सलाद के नियमित सेवन से शरीर तंदरुस्त रहता है।सलाद में फल और गुड फैट जैसे ऑलिव ऑयल और अवाकाडो को शामिल करने से शरीर को आयरन, लिकोपिन, ल्यूटिन और अन्य पोषक तत्वों को सोखने में मदद मिलती है। सलाद में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसकी वजह से इसका सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रोल कम बनता है।सलाद को लेकर कई ऐसी सकारात्मक धारणाएं भी हैं, जिसे अक्सर हम सुनते रहते हैं, जबकि हकीकत कुछ और है। मिथक: सलाद ही तो है, कभी भी खा सकते हैं अक्सर लोग खाने में ढेर सारा सलाद ले लेते हैं जबकि सलाद में मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्व खाने के साथ नहीं बल्कि खाने के पहले या बाद में लेने से फायदेमंद हैं।भोजन के पहले सलाद लेने से जहां आप ओवरडाइट से बचते हैं,लेकिन अगर इसे खाने के साथ खाएंगे तो इसके पोषक तत्वों और भोजन के पोषक तत्व आपकी डाइट के पचाने में दिक्कत करेंगे। मिथक: हरा-भरा सलाद ही फायदेमंद है हरी सब्जियां प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्रोत होती है जिससे हमारे शरीर को काफी लाभ मिलता है।हरी सब्जियों के प्रयोग से शरीर में रोग प्रतिरोधक की क्षमता बढ़ती है और शरीर को जरुरी पोषक तत्व प्राप्त होते है। हरी सब्जियों में मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियों का सलाद फायदेमंद है इसमें कोई शक नहीं है लेकिन यही सबसे फायदेमंद है, यह सोच गलत है। हरे सलाद के अलावा हम फलों के सलाद, गाजर या मूली के सलाद भी अधिक फायदेमंद होते हैं। मिथक: फैट फ्री सलाद सेहतमंद होता है ऐसा जरूरी नहीं है। पत्तेदार सब्जियों और फलों के सलाद में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स हैं जिन्हें पचाने के लिए थोड़ा फैट्स जरूरी है। सलाद में ऑलिव ऑयल की ड्रेसिंग आपके लिए सुरक्षित और कारगर विकल्प हो सकती है। मिथक: सलाद में कम कैलोरी होती है कच्ची फल सब्जी में कैलोरी कम होती है पर सलाद को आकर्षक और स्वादिष्ट बनाने के लिये प्रयुक्त सॉस,चीज़ टॉपिंग, मायोनीज़ आदि वसायुक्त सामग्री से कैलोरी की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।यह निर्भर करता है कि आप कैसा सलाद अधिक खाते हैं। नट्स, चीज या मायोनीज युक्त सलाद में कैलोरी की मात्रा अधिक हो सकती है। ऐसे में सलाद में फैट कितनी हद तक आवश्यक है, इसका संतुलन बनाना भी जरूरी है।
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